
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के बादबुलाई गई सर्वदलीय बैठकों में प्रधानमंत्री की गैरमौजूदगी विपक्ष के प्रति उनकी “अवमानना” को दर्शाती है। खड़गे ने कहा, “देश कठिन समय से गुजररहा है और जब पूरे देश को एकजुट होकर संकट का सामना करना चाहिए, तब प्रधानमंत्री का ऐसे बैठकों से गायब रहना चिंताजनक है।”
खड़गे बोले: श्रेय लेने की होड़ में लगे कुछ लोग
रायचूर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए खड़गे ने इशारों में कहा कि कुछ लोग व्यक्तिगत श्रेय लेने में लगे हैं, जबकि उन्होंने कभी सेना में कोईयोगदान नहीं दिया। उन्होंने कहा, “अगर वे सेना में रहते, तो हम उनके बलिदान की सराहना करते। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ है, इसलिए केवलप्रचार से देशभक्ति का प्रमाण नहीं मिलता।”
रायचूर में कई विकास परियोजनाओं की नींव रखी
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और अन्य कांग्रेस नेताओं के साथ खड़गे ने रायचूर में विकास योजनाओं की आधारशिला रखी और रायचूर विश्वविद्यालय केनामकरण समारोह में भाग लिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने ही पहलगाम हमले के बाद सर्वदलीय बैठक की मांग सबसे पहले की थी, लेकिनप्रधानमंत्री ने दो बार आयोजित बैठकों में हिस्सा नहीं लिया।
“विपक्ष को छोटा दिखाने की कोशिश ठीक नहीं”
खड़गे ने कहा कि प्रधानमंत्री की बिहार चुनाव प्रचार में व्यस्तता बताती है कि वह विपक्ष को गंभीरता से नहीं लेते। “जब देश के नेता बैठक में शरीकहोने आए, प्रधानमंत्री को भी आना चाहिए था। उनकी गैरमौजूदगी संकेत देती है कि वह विपक्ष को महत्व नहीं देते, जो लोकतंत्र के लिए खतरनाकसंकेत है,” उन्होंने चेताया।
विदेश नीति और महंगाई पर भी साधा निशाना
खड़गे ने ईरान और इज़राइल के बीच संघर्ष का हवाला देते हुए कहा कि भारत को राजनयिक हस्तक्षेप कर हालात सुधारने की कोशिश करनी चाहिएथी। उन्होंने मोदी पर अमेरिका से दबाव में आने और ईंधन आयात जैसे अहम मुद्दों को नज़रअंदाज़ करने का आरोप लगाया।
लोगों को ‘विश्व गुरु’ नहीं, रोटी-कपड़ा-मकान चाहिए
कांग्रेस प्रमुख ने तंज कसते हुए कहा, “चाहे प्रधानमंत्री ‘विश्व गुरु’ बनने की बात करें या घर का गुरु, आम जनता को पेट भरने के लिए खाना, पहनने कोकपड़े और सिर पर छत चाहिए।” उन्होंने कहा कि इस पर ध्यान देने के बजाय सरकार केवल प्रचार पर ध्यान दे रही है।
शिक्षा के भगवाकरण और कल्याण योजनाओं पर टिप्पणी
खड़गे ने केंद्र सरकार पर शिक्षा के भगवाकरण का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस की कल्याणकारी योजनाएं, खासकर महिलाओं को लाभ पहुंचानेवाली गारंटियाँ, जनता में लोकप्रिय हो रही हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि भाजपा ऐसी सामाजिक न्याय की योजनाएं कभी नहीं चला सकती।