
भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के 93वें वर्षगांठ के अवसर पर रविवार को मेगा एयर शो का आयोजन किया गया। इस दौरान वायु सेना ने अपनीताकत का प्रदर्शन किया। इस मौके पर एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने कहा, देश के इस हिस्से में एयर शो का आयोजन करना हमारे लिए वास्तव मेंसम्मान की बात है। हम दो-तीन साल से पूर्वत्तर में आने की कोशिश कर रहे थे। इसीलिए सिर्फ इसके लिए हमने अपना समय अक्तूबर से नवंबर मेंबदला, ताकि हम यह शो कर सें। एयर चीफ मार्शल ने कहा, मैं वास्तव में इस तरह के उत्साह और प्रतिक्रिया से हैरान हूं। पूर्वोत्तर अब कोई दूरदराजकी जगह नहीं रही। प्रदर्शन करने वाली विभिन्न टीमें हमेशा से यहां आती रही हैं और यह पहली बार है कि हमने पूर्वोत्तर भारत में वायु सेना दिवस काआयोजन किया। वायु सेना की ओर से पूर्वोत्तर भारत में अभ्यास के आयोजन को लेकर उन्होंने कहा, अभ्यास नियमित रूप से होते रहते हैं। ऐसा नहीं किकिसी खास उद्देश्य के लिए कुछ हो रहा है।
समय-समय पर वहां अभ्यास भी किए जाते
इस अवसर पर मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कहा, मैं बहुत खुश हूं कि वायु सेना ने वार्षिक उत्सव के लिए गुवाहाटी का चयन किया और गुवाहाटी नेपहले कभी इस तरह का शानदार प्रदर्शन नहीं देखा था। मैं आभारी हूं। यह हमारे युवाओं को वायु सेना में शामिल होने के लिए प्रेरित करेगा। पूर्वी वायुकमान के एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ एयर मार्शल सूरत सिंह ने कहा, मैं देश के सभी नागरिकों और खासकर सभी वायु योद्धाओं को 93वेंभारतीय वायु सेना दिवस के अवसर पर उड़ान प्रदर्शन के सफल समापन पर हार्थिक बधाई देता हूं। उन्होंने कहा, हमने पूर्वोत्तर को चुना, क्योंकि इसक्षेत्र के लोग हमारी वायु सेना में बड़ी संख्या में हैं और यह भारतीय वायु सेना की ओर से पूर्वोत्तर के लोगों से जुड़ने का एक संकेत है और गुवाहाटीपूर्वोत्तर का एक प्रवेश द्वार है। उन्होंने आगे कहा, भारतीय वायु सेना पूर्वोत्तर में तैयारी और संचालन के लिए पूरी तरह से सक्षम है। हम सभी संभावितपरिस्थितियों के लिए पूरी तरह तैयार हैं। अरुणाचल प्रदेश में कई उन्नत लैंडिंग ग्राउंड (हवाई पट्टी या हवाई अड्डे) हैं। हमारे पास आठ उन्नत लैंडिंगग्राउंड हैं, सभी ऑपरेशनल हैं और समय-समय पर वहां अभ्यास भी किए जाते हैं।
मायाबिनी रातिर बुकुत’ का प्रदर्शन शामिल
93वें वायु सेना दिवस के अवसर पर पूर्वी वायु कमान ने आज गुवाहाटी में पहला पूर्ण पैमाने का एयर शो आयोजित किया। ब्रह्मपुत्र नदी के ऊपरलाचित घाट पर इस शो में 75 से अधिक विमान और हेलीकॉप्टर्स ने 25 से अधिक फोर्मेशन के साथ अपनी ताकत का प्रदर्शन किया। इस वर्ष वायुसेना दिवस का विषय था- अप्रतिम, अडिग और सटीक। यह भारतीय वायु सेना की संचालन क्षमता, दृढ़ता और सटीकता पर केंद्रित है। इस अवसर परअसम के राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य, मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व शर्मा और एयर चीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह मौजूद रहे। ब्रह्मपुत्र के तट पर मौजूददर्शकों के लिए पूर्वोत्तर क्षेत्र में यह पहला एयर शो रोमांचक रहा। इस शो में राफेल, सुखोई, अपाचे, मिग, आईएल-78 रिफ्यूलर, मिराज, जगुआर, सी-17 ग्लोबमास्टर, एडवांस्ड लाइट हेलिकॉप्टर एमके1, सी-130 हर्क्यूलिस, एंटोनोव एएन-32 और सूर्य किरण जैसे विमानों ने भाग लिया। ये सभीसात एयर बेस गुवाहाटी, तेजपुर, जोरहाट, चाबुआ, हसिमारा, बागडोगरा और पनगढ़ से संचालित हुए। एयर शो में असम के दिवंगत लोकप्रिय गायकजुबीन गर्ग को भी श्रद्धांजलि दी गई, जिसमें उनके प्रसिद्ध गीत ‘मायाबिनी रातिर बुकुत’ का प्रदर्शन शामिल था।