जौनपुर की महिला पर्यटक का चौंकाने वाला बयान
उत्तर प्रदेश के जौनपुर से कश्मीर घूमने गई एक महिला पर्यटक ने दावा किया है कि पहलगाम आतंकी हमले से एक दिन पहले, 20 अप्रैल को, वहएक संदिग्ध व्यक्ति के संपर्क में आई थीं। महिला ने बताया कि वह बैसरन वैली घूमने गई थीं, जहां एक स्थानीय व्यक्ति ने उन्हें खच्चर की सवारीकराई—जो शक के घेरे में आए आतंकी के स्केच से मेल खाता है।
धर्म से जुड़े सवाल और अजीब बातचीत
महिला का कहना है कि उस शख्स ने बातचीत के दौरान उनसे धार्मिक यात्रा, धर्म विशेष की रुचि और दोस्तों की धार्मिक पहचान को लेकर कईसवाल पूछे। उसने यह भी जानना चाहा कि क्या वह कभी अजमेर दरगाह या अमरनाथ यात्रा पर गई हैं। जब महिला ने बताया कि उन्होंने अमरनाथयात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया है, तो संदिग्ध ने कहा, “रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं, बस तारीख बताइए, हमारा आदमी लेने आ जाएगा।”
कोडवर्ड वाली कॉल: ‘प्लान A ब्रेक फेल, प्लान B – 35 बंदूकें भेजी हैं’
महिला के अनुसार, उसी दौरान संदिग्ध के फोन पर एक कॉल आई, जिसमें वह ‘प्लान A ब्रेक फेल’ और ‘प्लान B – 35 बंदूकें भेजी हैं, घास में छुपीहैं’ जैसी बातें कर रहा था। जब उसे यह महसूस हुआ कि महिला उसकी बातचीत पर ध्यान दे रही है, तो वह स्थानीय भाषा में बात करने लगा।
धार्मिक झुकाव को लेकर पूछताछ
महिला ने बताया कि संदिग्ध ने यह भी पूछा कि वह हिंदू धर्म को ज्यादा पसंद करती हैं या इस्लाम को। इसके बाद उसने कुरान पढ़ने से जुड़ा सवालकिया और कहा कि कुरान हिंदी में भी उपलब्ध है। इन सवालों और बातचीत से महिला को डर महसूस हुआ।
हमला 20 अप्रैल को ही हो सकता था: महिला का अनुमान
महिला ने आशंका जताई है कि 20 अप्रैल को ही हमला हो सकता था, लेकिन किसी वजह से उसे टाल दिया गया। उन्होंने दावा किया कि उस दिनघटनास्थल पर कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं थी। साथ ही, उन्होंने अपने मोबाइल में मौजूद एक फोटो और व्हाट्सएप ग्रुप के स्क्रीनशॉट भी सुरक्षाएजेंसियों को दिखाए हैं, जिनमें उनके दोस्त भी संदिग्ध को पहचान रहे हैं।
डरे हुए हैं चश्मदीद, सामने आने से कतरा रहे
महिला के मुताबिक, उनके दोस्त इस घटना से डरे हुए हैं और खुलकर सामने नहीं आना चाहते, लेकिन व्हाट्सएप पर उन्होंने भी इस व्यक्ति की पहचानकी है। इस नए इनपुट से सुरक्षा एजेंसियों की जांच को नया मोड़ मिल सकता है।