
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधायक संजीव झा ने रविवार को पार्टी मुख्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में कहा कि दिल्ली की भाजपा सरकारअब जनता के लिए एक आपदा बन चुकी है। उन्होंने कहा कि कुछ ही मिनटों की बारिश ने भाजपा की चार इंजन वाली सरकार की तैयारियों की पोलखोल दी है। दिल्ली के विभिन्न इलाकों में जलभराव की स्थिति ने दिखा दिया कि सरकार केवल कागजों पर काम कर रही है, जमीनी स्तर पर कुछ भीनहीं हुआ है। उन्होंने खास तौर पर मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की विधानसभा शालीमार बाग का उल्लेख किया, जहां बारिश के घंटों बाद भी पानी जमारहा।
संजीव झा ने आरोप लगाया कि भाजपा के मुख्यमंत्री, उपराज्यपाल और मंत्री बारिश से पहले जगह-जगह जाकर फोटो सेशन कर रहे थे और दावा कररहे थे कि दिल्ली में इस बार जलभराव नहीं होगा। सरकार ने 400 से अधिक संभावित जलभराव स्थलों की पहचान और वहां नोडल अधिकारियों कीतैनाती की बात कही थी, लेकिन जब मानसून की कुछ बारिश हुई तो सभी दावे ध्वस्त हो गए।
उन्होंने बताया कि दिल्ली में नालों की सफाई का काम तीन एजेंसियों एमसीडी, पीडब्ल्यूडी और सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग—के अधीन है, लेकिन नालों की सफाई अधूरी है। पीडब्ल्यूडी के 2140 किलोमीटर लंबे नालों में से अब तक केवल 1300 किलोमीटर की सफाई हुई है, जबकिएमसीडी के करीब 800 किलोमीटर नालों में से 150 से 200 किलोमीटर की सफाई बाकी है। सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग के 23 बड़े नालों मेंसे 8–10 की सफाई अधूरी है, और विधानसभा क्षेत्रों में स्थित छोटे नालों की सफाई भी पूरी नहीं की गई है।
संजीव झा ने सवाल उठाया कि जब सरकार ने नालों की रीमॉडलिंग के लिए 150 करोड़ रुपये, स्वच्छता और जल प्रबंधन के लिए 9 हजार करोड़रुपये और बाढ़ नियंत्रण के लिए 600 करोड़ रुपये का बजट दिया, तो फिर भी नालों की सफाई क्यों नहीं हो सकी? उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की किविधानसभा का विशेष सत्र बुलाया जाए और श्वेत पत्र जारी कर नालों की वास्तविक स्थिति को सार्वजनिक किया जाए।
उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता ने भाजपा को उम्मीदों के साथ वोट दिया था, लेकिन अब हालत यह है कि हल्की बारिश में भी लोग अपने घरों सेनिकलने से डरते हैं। सोशल मीडिया पर जलभराव की तस्वीरें और वीडियो इस बात का सबूत हैं कि सरकार विफल हो चुकी है। संजीव झा ने कहा किदिल्ली में आज एक ऐसी सरकार चल रही है जो समस्याएं सुलझाने के बजाय जनता की परेशानियां और बढ़ा रही है।