
दिल्ली में बदहाल कानून व्यवस्था की पोल बीजेपी की केंद्र सरकार की ही एजेंसी एनसीआरबी ने खोल कर रख दी है। एनसीआरबी की 2023 कीरिपोर्ट से साफ है कि बीजेपी के राज में सिर्फ अपराध का विकास हो रहा है। इसलिए अपराध के मामले दिल्ली देश भर में टॉप पर पहुंच गई है। येरिपोर्ट बता रही है कि 2023 में दिल्ली में एक फीसद बढ़ा अपराध है और साल भर में कुल 3.23 लाख केस दर्ज हुए है। अपराध ऐसे ही बढ़ता रहातो, 2025 में सारे रिकॉर्ड टूटने के आसार हैं। वहीं, दिल्ली पुलिस न सिर्फ अपराध रोकने में फेल है, बल्कि चार्जशीट दाखिल करने में भी देशभर मेंफिसड्डी है। जब से अमित शाह देश के गृहमंत्री बने हैं, दिल्ली अपराधियों का अड्डा बन गई है, रोज हत्या-लूट हो रही है। मंगलवार को “आप” मुख्यालय पर प्रेसवार्ता कर वरिष्ठ नेता और विधायक कुलदीप कुमार ने ये बातें कहीं। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के हाथ में कुलदीप कुमार ने कहा किदिल्ली की कानून व्यवस्था केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के हाथ में है। उनके गृहमंत्री रहते दिल्ली में हर दिन चाकूबाजी, लूट, बलात्कार और छेड़छाड़की खबरें आ रही हैं। आज दिल्ली में बहन-बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। सुबह पार्क में टहलने वाले बुजुर्ग डरते हैं। लाखों बच्चे स्कूल जाते हैं, लेकिन माता-पिता को बम धमकी की खबर मिलती है। जब बच्चा स्कूल में हो और बम से स्कूल उड़ाने की धमकी आए तो एक पेरेंट्स पर क्या गुजरती होगी? बड़ेप्राइवेट स्कूलों को बार-बार बम धमकियां मिल रही हैं, लेकिन केंद्र सरकार का खुफिया तंत्र स्रोत नहीं बता पा रहा।
कुलदीप कुमार ने हालिया घटनाओं का जिक्र किया और कहा कि दिल्ली हाईकोर्ट तक को ईमेल से बम से उड़ाने की धमकी मिली है, जिसके बादपूरा परिसर खाली कराया गया। दिल्ली वालों की सुरक्षा भगवान भरोसे है। चार इंजन वाली सरकार अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी कोगालियां देने, फोटो खिंचवाने, रील बनाने और झूठे प्रचार में लगी है। उधर एलजी साहब भी लापता हैं, अब उनका कोई बयान नहीं आता।
फीसद केसों की बढ़ोतरी
कुलदीप कुमार ने एनसीआरबी 2023 डेटा का हवाला देते हुए कहा कि एक फीसद केसों की बढ़ोतरी के साथ दिल्ली अपराध के मामलों में शीर्ष परआ चुका है। डेटा के अनुसार, 2022 में दिल्ली में 2.98 लाख अपराध के मामले दर्ज हुए, जबकि 2023 में यही संख्या बढ़कर 3.23 लाख हो गई।वरिष्ठ नागरिकों के खिलाफ अपराध में भी दिल्ली शीर्ष पर पहुंच गया है। आलम यह है कि दिल्ली हर तरह के अपराध में शीर्ष पर है, लेकिन दिल्लीपुलिस चार्जशीट दाखिल करने के मामले में सबसे निचले पायदान पर है। इसलिए अपहरण, हत्याएं बढ़ रही हैं। कुलदीप कुमार ने पूर्व “आप” सरकारकी तुलना की, जहां अरविंद केजरीवाल ने शिक्षा में रिकॉर्ड बनाए। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार में सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे पूरे देश मेंसुर्खियां बटोरी, लेकिन भाजपा राज में अपराध सुर्खियां बटोर रहा है। 11 साल से केंद्र में बीजेपी की सरकार हैं, दिल्ली की जिम्मेदारी केंद्रीय गृहमंत्रीके अधीन है। भाजपा के पास केंद्र, उपराज्यपाल, एमसीडी और डीडीए है। दिल्लीवासियों ने भाजपा को चुनकर यह चार इंजन वाली सरकार दी, इसके बावजूद दिल्ली सुरक्षित नहीं है, क्योंकि अपराधी भाजपा के संरक्षण में पल रहे हैं।