
बैठक में नागरिक सुविधाओं और शहर की समस्याओं पर व्यापक चर्चा
दिल्ली नगर निगम की स्थायी समिति की बैठक अध्यक्ष सत्या शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित हुई। इस बैठक में शहर से जुड़ी कई गंभीर समस्याओंपर गहन विचार-विमर्श किया गया। चर्चा का मुख्य केंद्र स्वच्छता व्यवस्था, पार्कों की स्थिति, कर्मचारियों की कमी, आवारा पशुओं की बढ़ती परेशानीऔर सबसे महत्वपूर्ण—वायु प्रदूषण नियंत्रण रहा। अध्यक्ष ने स्पष्ट रूप से कहा कि सभी कार्य समयबद्ध और प्रभावी ढंग से पूरे होने चाहिए, ताकिनागरिकों को तुरंत राहत महसूस हो सके। पार्षदों के सुझावों को गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों को जवाबदेही के साथ काम करने के निर्देश दिएगए।
वायु और धूल प्रदूषण रोकने के लिए कड़ी निगरानी की व्यवस्था
बैठक में निर्णय लिया गया कि वायु प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए निगरानी बेहद सख़्त की जाएगी। अध्यक्ष सत्या शर्मा ने सभी जोनल डीसी औरसंबंधित अधिकारियों को यह निर्देश दिया कि मैकेनिकल रोड स्वीपिंग मशीनें निर्धारित समय पर हर हाल में चलाई जाएँ। हर मशीन की रोज़ाना रनिंगरिपोर्ट, फोटो-लॉग, और किलोमीटर रिपोर्ट सीधे स्थायी समिति को भेजनी होगी, ताकि साफ-सफाई में किसी भी प्रकार की ढिलाई न हो। उन्होंने यहभी स्पष्ट किया कि किसी भी मशीन के खराब होने पर उसे अधिकतम 72 घंटे के भीतर ठीक करना अनिवार्य है। इसके साथ ही सड़कों पर जमा ढीलीमिट्टी, निर्माण का मलबा और कंस्ट्रक्शन डेब्रिस को 24 घंटे के अंदर हटाने का आदेश दिया गया है, जिससे धूल प्रदूषण पर तुरंत नियंत्रण पाया जासके।
कूड़ा या बायोमास जलाने पर जीरो टॉलरेंस की नीति
बैठक में यह निर्णय भी लिया गया कि किसी भी वार्ड में कूड़ा, पत्तों या बायोमास को जलाने की अनुमति नहीं होगी। इस पर निगरानी रखने के लिएरात और सुबह की विशेष पेट्रोलिंग टीमें तैनात की गई हैं। इन टीमों को आदेश है कि यदि कहीं भी कूड़ा जलाने की घटना मिलती है, तो तुरंत कार्रवाईकी जाए। साथ ही, टूटी सड़कों की मरम्मत और पैचवर्क को तेज़ी से पूरा करने पर विशेष जोर दिया गया है, ताकि धूल उड़ने की समस्या कम हो सके।
सड़कों की स्थिति सुधारने के लिए तेज़ी से हो रहे कार्य
अध्यक्ष सत्या शर्मा ने बताया कि दिल्ली नगर निगम इस साल पिछले वर्षों की तुलना में अधिक संख्या में मैकेनिकल रोड स्वीपिंग मशीनें और पानी केटैंकर तैनात कर रहा है। मुख्य सड़कों पर नियमित रूप से पानी का छिड़काव किया जा रहा है, जिससे धूल पर नियंत्रण में अच्छी सफलता मिल रही है।उन्होंने यह भी बताया कि अभी तक दिल्ली की सड़कों के 3000 से अधिक गड्ढों को भर दिया गया है। इससे न केवल सड़क सुरक्षा में सुधार हुआ है, बल्कि धूल कम होने से प्रदूषण स्तर में भी गिरावट देखने को मिली है। बेहतर सड़कें शहरवासियों की दैनिक आवाजाही को भी सुगम बनाती हैं।
14 नई मैकेनिकल रोड स्वीपिंग मशीनों की खरीद का बड़ा निर्णय
बैठक में एक महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किया गया कि नगर निगम अब 14 नई मैकेनिकल रोड स्वीपिंग मशीनें खरीदेगा। ये आधुनिक मशीनें गहरीसफाई करने में सक्षम होंगी और सड़क की धूल को प्रभावी तरीके से सोखेंगी। इन मशीनों से प्रदूषण नियंत्रण को नई ताकत मिलेगी और शहर कीसफाई व्यवस्था और भी मजबूत होगी। इसके साथ ही भीड़भाड़ वाले इलाकों और बाजारों में विशेष सफाई अभियान तुरंत शुरू करने का भी निर्णयलिया गया, ताकि सार्वजनिक स्थानों पर जमा कचरा तुरंत हटाया जा सके।
जोनल अधिकारियों को साप्ताहिक रिपोर्ट सौंपना अनिवार्य
बैठक के अंत में अध्यक्ष ने सभी जोनल डीसी को आदेश दिया कि वे अपने क्षेत्रों की साप्ताहिक प्रगति रिपोर्ट स्थायी समिति को देना सुनिश्चित करें।इससे हर हफ्ते समीक्षा हो सकेगी और कार्यों की गुणवत्ता पर सीधी नजर रखी जा सकेगी। बैठक को समाधान-उन्मुख बताते हुए पार्षदों ने कई सुझावदिए और महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर सहमति बनी।
दिल्ली की हवा को स्वच्छ बनाने का मजबूत संकल्प
अध्यक्ष सत्या शर्मा ने विश्वास जताया कि इन नए निर्णयों और कदमों के जरिए दिल्ली की वायु गुणवत्ता में सुधार आएगा और शहर की सफाईव्यवस्था और अधिक प्रभावी होगी। उन्होंने कहा कि नगर निगम नागरिकों को बेहतर सुविधाएँ देने और प्रदूषण कम करने के लिए पूर्ण प्रतिबद्धता केसाथ काम कर रहा है।