
लोकदल के अध्यक्ष सुनील सिंह ने देश के प्रधानमंत्री जी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा है कि लेकिन आज देश की जनता कीअसली उम्मीद यह है कि प्रधानमंत्री रात 8 बजे त्यागपत्र देकर देश को राहत दें। लोकदल का मानना है कि प्रधानमंत्री जी का यह कदम जनता के हितमें होगा।लोकदल अध्यक्ष सुनील सिंह ने बीजेपी पार्टी के नेताओं की उम्र सीमाको लेकर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि भाजपा ने वर्षों पहले यह नियमबनाया था कि 75 वर्ष की उम्र पूरी करने के बाद उसके शीर्ष नेताओं को सक्रिय राजनीति से हटाकर तथाकथित मार्गदर्शन मंडल में भेजा जाएगा। इसीनियम के तहत आडवाणी जी, मुरली मनोहर जोशी जी और कई वरिष्ठ नेताओं को अपमानित करके हाशिये पर डाल दिया गया।आज जब प्रधानमंत्रीजी खुद 75 वर्ष की उम्र की ओर बढ़ रहे हैं, तो जनता पूछ रही है – क्या वही नियम अब उन पर भी लागू होगा? या यह नियम केवल अपने ही वरिष्ठनेताओं को दरकिनार करने और सत्ता की कुर्सी बचाए रखने का हथियार था?
जनता को यह साफ समझना होगा
लोकदल अध्यक्ष ने सुनील सिंह ने कहा है कि भाजपा का यह मार्गदर्शन क्लब दरअसल एक राजनीतिक कब्रगाह है, जहां आडवाणी जी जैसे संस्थापकनेताओं को धकेलकर भुला दिया गया। अब समय आ गया है कि प्रधानमंत्री जी भी उसी क्लब में जाने की राह देखें। जनता को यह साफ समझनाहोगा कि जो पार्टी अपने ही बुजुर्ग नेताओं का सम्मान नहीं कर पाई, वह देश की जनता का सम्मान कैसे करेगी?भाजपा का यह दोहरा चरित्र अब जनताकी नज़रों से छिप नहीं सकता।लेकिन आज देश की जनता की असली उम्मीद यह है कि प्रधानमंत्री रात 8 बजे त्यागपत्र देकर देश को राहत दें।
सहानुभूति बटोरने की सस्ती राजनीतिक चाल होगी
प्रधानमंत्री जी का यह कदम जनता के हित में नहीं बल्कि बिहार चुनाव में सहानुभूति बटोरने की सस्ती राजनीतिक चाल होगी। 10 साल से ज्यादा सत्तामें रहने के बाद आज अगर त्यागपत्र की नौटंकी होती है तो यह जनता के साथ सबसे बड़ा धोखा होगा।प्रधानमंत्री जी को समझना चाहिए कि देश अबभावनाओं के खेल में फंसने वाला नहीं है। महंगाई, बेरोज़गारी, भ्रष्टाचार और किसान–मजदूर की बदहाली ने जनता का विश्वास पहले ही तोड़ दिया है।अब त्यागपत्र देकर सहानुभूति कमाने का खेल नहीं चलने वाला। जनता अब जाग चुकी है और इस धोखेबाज़ राजनीति का जवाब बिहार ही नहीं पूरेदेश में देगी।