
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहार दौरे के समाप्त होते ही विपक्षी दल हमलावर हो गए। पटना में आयोजित एक प्रेस वार्ता में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादवने केंद्र और राज्य सरकार पर तीखे आरोप लगाए। राजद कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष मंगनीलाल मंडल की उपस्थिति में तेजस्वी ने प्रधानमंत्री को”पॉकेटमार पीएम” कहकर संबोधित किया और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को “अचेत अवस्था” में बताया।
तेजस्वी ने पीएम के भाषण को बताया पुराना और बासी
तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री के भाषण को “घिसा-पिटा” और “टेलीप्रॉम्पटर पर आधारित” करार दिया। उन्होंने कटाक्ष किया कि सिर्फ भाषणों से लोगोंका पेट नहीं भरता। विशेष रूप से सिवान का ज़िक्र करते हुए तेजस्वी ने सवाल किया, “पिछले 10 सालों में सिवान को क्या मिला?” उन्होंने दावाकिया कि वहां की भीड़ प्रशासनिक दबाव और सरकारी तंत्र के ज़रिये इकट्ठा की गई थी।
अचेत मुख्यमंत्री से जनता परेशान
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए तेजस्वी यादव ने कहा, “बिहार को एक सजग और सक्रिय मुख्यमंत्री की ज़रूरत है, न कि एक अचेतऔर अनुपस्थित नेता की।” उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में कोई भी गंभीर घटना होने पर नीतीश पीड़ितों से मिलने नहीं जाते।
महागठबंधन की सरकार का दावा
राजद नेता ने दावा किया कि जनता का भरोसा अब राष्ट्रीय जनता दल पर बढ़ता जा रहा है। उन्होंने कहा कि राजद के पास एक स्पष्ट योजना औरविजन है जिससे बिहार को आगे बढ़ाया जा सकता है। साथ ही उन्होंने विश्वास जताया कि अगली विधानसभा में महागठबंधन की सरकार बनेगी औरराजद सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरेगा।
‘नेशनल दामाद आयोग’ से जवाब तलब
तेजस्वी यादव ने चुटकी लेते हुए कहा कि बिहार की जनता अब ‘नेशनल दामाद आयोग’ से भी जवाब मांग रही है। हालांकि उन्होंने इस कथन को स्पष्टनहीं किया, लेकिन यह बयान राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है।