
तमिलनाडु के तिरुवल्लूर में रविवार सुबह एक बड़ा रेल हादसा हुआ, जब डीजल से भरी मालगाड़ी पटरी से उतर गई और उसकी चार बोगियों में भीषणआग लग गई। रेलवे अधिकारियों और पुलिस को घटनास्थल से करीब 100 मीटर दूर रेलवे ट्रैक पर दरार मिली है, जिसे लेकर जांच की जा रही है किक्या यह हादसा इसी वजह से हुआ।
दमकल और एनडीआरएफ की टीमें मौके पर तैनात
ट्रेन में आग लगने की खबर मिलते ही कांचीपुरम, चेंगलपेट और चेन्नई समेत आसपास के जिलों से 25 से अधिक दमकल वाहन घटनास्थल पर भेजेगए। अग्निशमन विभाग की टीमें आग पर काबू पाने में जुटी हैं। साथ ही राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की दो टीमें भी राहत और बचावकार्य में लगी हुई हैं।
आग बहुत विकराल थी, लोगों को हटाया गया
एनडीआरएफ के टीम कमांडर संजीव जायसवाल ने बताया कि उन्हें सुबह 7 बजे घटना की सूचना मिली। ट्रेन चेन्नई से अरक्कोणम की ओर जा रहीथी, तभी तिरुवल्लूर के पास उसमें आग लग गई। स्थानीय प्रशासन से संपर्क करने के बाद जानकारी मिली कि आग बहुत तेज़ी से फैल रही थी, इसलिए एनडीआरएफ की टीमें मौके पर भेजी गईं।
लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया, ईंधन रिसाव भी हुआ
जिला कलेक्टर एम. प्रताप ने बताया कि आग और ईंधन रिसाव की गंभीरता को देखते हुए आसपास के घरों को खाली कराया गया है। राजस्व विभागऔर नगर पालिका ने लोगों के रहने और खाने-पीने की वैकल्पिक व्यवस्था की है। उन्होंने बताया कि आग को फैलने से रोकने के लिए ट्रेन के बाकीहिस्से से 47 बोगियों को अलग कर दिया गया है।
रेल सेवाएं प्रभावित, कई ट्रेनें रद्द और डायवर्ट
इस हादसे का असर चेन्नई आने-जाने वाली ट्रेनों पर भी पड़ा है। दक्षिण रेलवे ने आठ ट्रेनों को रद्द कर दिया है, पांच ट्रेनों के मार्ग में बदलाव किया गयाहै और आठ ट्रेनों को बीच रास्ते में ही रोका गया है। रेलवे प्रशासन ने ट्रेनों से जुड़ी सभी जानकारी सोशल मीडिया पर साझा की है।
स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं अधिकारी
पूरे घटनाक्रम पर रेलवे, जिला प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग की संयुक्त निगरानी बनी हुई है। फिलहाल आग पर नियंत्रण के प्रयास जारी हैंऔर पटरी की तकनीकी जांच की जा रही है, जिससे यह स्पष्ट हो सके कि हादसे की असल वजह क्या थी।