
एकता, संस्कृति और लोकतंत्र का संगम
दिल्ली विधानसभा परिसर में भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, झारखंड, ओडिशा और महाराष्ट्र के नक्सल प्रभावित जिलों से आए युवा और अर्द्धसैनिक बलों के अधिकारी शामिल हुए। यह कार्यक्रमएकता, संस्कृति, शिक्षा और लोकतांत्रिक समझ को एक साथ जोड़ने वाला अनूठा आयोजन बना।
अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता का प्रेरणादायक संदेश बिरसा मुंडा का सम्मान
कार्यक्रम में दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनकी 150वीं जयंती न केवल उनकेयोगदान को याद करने का अवसर है, बल्कि यह दिन हमें समावेशी और सतत भारत के निर्माण के लिए संकल्प मजबूत करने की प्रेरणा देता है। उन्होंनेकहा कि बिरसा मुंडा का जनआंदोलन सामाजिक जागरण, आध्यात्मिक चेतना और राजनीतिक उत्थान का संगम था। उनकी दी हुई “जल, जंगल, जमीन” की परंपरा आज भी देश के विकास को नई दिशा देती है। गुप्ता ने युवा प्रतिनिधियों से कहा कि बिरसा मुंडा के मूल्य—समानता, ईमानदारीऔर प्रकृति का सम्मान—हर भारतीय के जीवन में जगह पाने चाहिए, क्योंकि यही मूल्य भारत को आगे ले जाते हैं।
राज्यों से आए युवाओं की दिल्ली यात्रा सीख, अनुभव और उत्साह
मेरा युवा भारत कार्यक्रम के तहत बस्तर, कांकेर, नारायणपुर, पश्चिमी सिंहभूम, बालाघाट, कंधमाल, कालाहांडी और गढ़चिरौली जैसे नक्सल प्रभावितजिलों से आए 200 युवाओं ने दिल्ली विधानसभा का दौरा किया। युवाओं ने दिल्ली की आधुनिक संरचनाओं, विविध सांस्कृतिक माहौल औरलोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को करीब से देखकर बहुत उत्साह व्यक्त किया। कई युवाओं ने मंच पर आकर अपने अनुभव भी साझा किए, जिससे साफदिखा कि दिल्ली का यह भ्रमण उनके दृष्टिकोण को नया विस्तार दे रहा है। सीआरपीएफ, बीएसएफ और आईटीबीपी के अधिकारी भी अपने अनुभवोंको साझा करते दिखे, जिससे कार्यक्रम और भी समृद्ध हुआ।
एकता की भावना को मजबूत करने का अवसर अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने युवाओं का स्वागत किया
अपने संबोधन में विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों से आए युवाओं और अर्द्धसैनिक अधिकारियों का यह दौरा राष्ट्रीय एकता और भाईचारेका प्रतीक है। उन्होंने कहा कि इन युवाओं की उपस्थिति यह संदेश देती है कि भारत का भविष्य सुरक्षित हाथों में है—ऐसे हाथों में, जो अपनी संस्कृतिको भी समझते हैं और आधुनिकता को भी। अध्यक्ष ने युवाओं से कहा कि वे अपने समाज और परिवार के लिए प्रेरणा बनें और देश के विकास मेंसक्रिय भागीदार बनें।
शिक्षा तब पूर्ण जब जड़ों से जुड़ी हो कैबिनेट मंत्री आशीष सूद का कथन
मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम में उपस्थित कैबिनेट मंत्री आशीष सूद ने कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 का उद्देश्य तभी साकार होता है जब छात्रअपने देश की विविधता को समझें, यात्रा करें और अपनी जड़ों को जानें।
उन्होंने कहा कि दिल्ली विधानसभा का यह भ्रमण युवाओं के लिए अपनी संस्कृति, परंपरा और राष्ट्रीय पहचान को समझने का उत्कृष्ट अवसर है। उन्होंनेअध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता का धन्यवाद करते हुए कहा कि यह पहल युवाओं के मन में राष्ट्रीय एकता की भावना को और मजबूत करेगी।
नई ऊर्जा और नए सपनों की शुरुआत उपाध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट का संदेश
विधानसभा के उपाध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट ने कहा कि मेरा युवा भारत कार्यक्रम के माध्यम से नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के युवाओं का यह दौरा सरकार केउस राष्ट्रीय संकल्प का प्रतीक है, जो युवाओं को सशक्त बनाने की दिशा में कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि दिल्ली विधानसभा का यह अनुभवयुवाओं में नए सपने जगाएगा और उन्हें राष्ट्र निर्माण में योगदान देने के लिए प्रेरित करेगा।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का आकर्षण परंपरा और ऊर्जा का सुंदर मिश्रण
कार्यक्रम में हिंदी अकादमी के कलाकारों ने झारखंड, छत्तीसगढ़, ओडिशा और मध्य प्रदेश की पारंपरिक नृत्य शैलियों की आकर्षक प्रस्तुतियाँ दीं।नृत्य और संगीत की इन सुंदर प्रस्तुतियों ने पूरे वातावरण को उत्साह और सांस्कृतिक समृद्धि से भर दिया। युवाओं ने इन प्रस्तुतियों का भरपूर आनंदलिया और इसे जीवन का यादगार अनुभव बताया।
एक भारत, श्रेष्ठ भारत की ओर बढ़ता मजबूत कदम
भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर आयोजित यह कार्यक्रम विभिन्न राज्यों, संस्कृतियों और क्षेत्रों को एक सूत्र में जोड़ने वाला शानदार उदाहरणबना। अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता, मंत्री आशीष सूद और उपाध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट के विचारों ने युवाओं को नया दृष्टिकोण दिया। यह कार्यक्रम यह संदेश देगया कि भारत की शक्ति उसकी विविधता, एकता, संस्कृति और युवा ऊर्जा में निहित है। यह आयोजन आने वाले समय में देश की सामूहिक चेतनाको और मजबूत करेगा और युवाओं को राष्ट्र निर्माण की दिशा में प्रेरित करता रहेगा।