रांची में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रस्तावित कश्मीर दौराहाल ही में मिली खुफिया चेतावनी के कारण रद्द किया गया। उन्होंने यह सवाल उठाया कि जब केंद्र सरकार को आतंकी हमले की जानकारी पहले सेथी, तो पहलगाम में अतिरिक्त सुरक्षा क्यों नहीं लगाई गई?
खुफिया नाकामी पर केंद्र से जवाबदेही की मांग
खड़गे ने केंद्र सरकार पर खुफिया विफलता की जिम्मेदारी लेने की बात कही। उन्होंने कहा कि जब सरकार खुद यह मान चुकी है कि खुफिया जानकारीके बावजूद हमला नहीं रोका जा सका, तो 26 लोगों की मौत के लिए उसे जवाबदेह ठहराना चाहिए। हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट किया किपाकिस्तान के खिलाफ किसी भी ठोस कार्रवाई में कांग्रेस सरकार के साथ खड़ी रहेगी, क्योंकि देश पार्टी से ऊपर है।
दलित और आदिवासी विरोधी नीतियों का आरोप
कांग्रेस अध्यक्ष ने केंद्र सरकार पर एससी, एसटी और ओबीसी समुदायों के अधिकारों का हनन करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकारसार्वजनिक क्षेत्र को खत्म करने पर तुली है, जिससे इन वर्गों की नौकरियों पर खतरा मंडरा रहा है। वहीं कांग्रेस गरीब, आदिवासी और वंचित वर्गों केअधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।
जातीय जनगणना की पुरजोर मांग
खड़गे ने केंद्र सरकार से जातीय जनगणना जल्द कराने की अपील की। उन्होंने बताया कि इस संबंध में प्रधानमंत्री को पत्र लिखा गया है और सर्वदलीयबैठक बुलाने की मांग की गई है। उनका कहना था कि ओबीसी आरक्षण की सीमा 50% से आगे बढ़ाने की जरूरत है और कांग्रेस इस मांग को लेकरपहले से ही सक्रिय है।
सरना धर्मकोड और एचईसी की स्थिति पर चिंता
अपने भाषण में खड़गे ने सरना धर्मकोड को जनगणना में शामिल करने और एचईसी की बदहाल स्थिति पर भी सरकार को घेरा। उन्होंने कहा किपब्लिक सेक्टर को बंद करने की नीति के कारण एचईसी जैसे संस्थान संकट में हैं और वर्षों से कर्मचारियों को वेतन नहीं मिला है।
संगठन को मजबूत करने का आह्वान
खड़गे ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से पार्टी संगठन को मजबूत करने की अपील की। उन्होंने कहा कि संगठन ही सत्ता में आने का आधार है और संविधान कीरक्षा के लिए एकजुट संघर्ष जरूरी है।
संविधान बचाओ रैली में दिखी एकजुटता
झारखंड की राजधानी रांची में आयोजित ‘संविधान बचाओ रैली’ में कांग्रेस के कई बड़े नेताओं ने हिस्सा लिया। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेशबघेल ने भी मोदी सरकार पर कांग्रेस नेताओं को झूठे मामलों में फंसाने का आरोप लगाया। उन्होंने सवाल उठाया कि पहलगाम आतंकी हमले के 15 दिन बीतने के बाद भी कोई ठोस कार्रवाई क्यों नहीं हुई।