
भाजपा प्रदेश प्रभारी राधा मोहन दास अग्रवाल ने मंगलवार को मीडिया से संवाद के दौरान कांग्रेस और उसके शीर्ष नेतृत्व पर कड़ा राजनीतिक हमलाबोला। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस के छह विधायक जल्द ही जदयू में शामिल हो सकते हैं और कांग्रेस संगठन उन्हें रोक पाने की स्थिति में नहीं है।उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि उनको तो रोक लें गहलोत… अगर रोक सकते हैं। अग्रवाल ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को आड़े हाथों लेते हुएकहा कि राजस्थान में जिस तरह वे ‘विधायक बचाने’ की राजनीति करते थे, अब वही अभ्यास उन्हें बिहार में करना चाहिए। उन्होंने कहा कि गहलोत यहस्वीकार कर लें कि कांग्रेस आज जिस स्थिति में पहुंची है, वह उसकी खुद की विफलताओं का परिणाम है, न कि किसी बाहरी कारण का।
राज्य सरकार के अधीन होते
अग्रवाल ने कहा कि अंता उपचुनाव के परिणाम इस बात का संकेत हैं कि भाजपा निष्पक्ष चुनाव कराती है और जनता का विश्वास पार्टी के साथ है।उन्होंने कहा कि जो लोग बीजेपी पर वोट चोरी का आरोप लगाते हैं, यह परिणाम उनके मुंह पर तमाचा है। हमने जनभावनाओं का सम्मान किया है।चर्चा के दौरान अग्रवाल ने कांग्रेस के 65 वर्षों के शासन की आलोचना करते हुए कहा कि पिछले 65 वर्षों में कांग्रेस ने केवल जुमलेबाजी की, जबकिभाजपा ने गरीबों और मध्यम वर्ग के जीवन में वास्तविक परिवर्तन लाया है। उन्होंने कांग्रेस द्वारा चुनाव आयोग पर लगाए जा रहे आरोपों को भी खारिजकिया। अग्रवाल ने कहा कि आयोग केवल नीति और प्रक्रिया तय करता है, जबकि चुनाव संचालन प्रशासनिक अधिकारियों (DM और BLO) द्वाराकिया जाता है, जो राज्य सरकार के अधीन होते हैं। ऐसे में भाजपा पर आरोप लगाना हास्यास्पद है।
कांग्रेस नेतृत्व को विफल बताया
अग्रवाल ने कांग्रेस पर हार का बहाना खोजने का आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी बिना फूट के भी वहां पहुंच गई है जहां उसका जनाधार लगभगसमाप्त हो चुका है। उन्होंने अंत में दोहराया कि अशोक गहलोत राजस्थान छोड़कर बिहार चले जाएं, शायद वहां कुछ बचा सकें। भाजपा प्रदेश प्रभारीराधा मोहन दास अग्रवाल ने कांग्रेस और अशोक गहलोत पर तीखे आरोप लगाते हुए दावा किया कि कांग्रेस के छह विधायक जदयू में जा सकते हैं।उन्होंने अंता उपचुनाव का जिक्र कर भाजपा पर लगे वोट चोरी के आरोपों को खारिज किया और कांग्रेस नेतृत्व को विफल बताया।