
टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयर इंडिया ने एक बार फिर यात्रियों को झटका देते हुए आठ अंतरराष्ट्रीय और घरेलू उड़ानों को रद्द कर दिया है। इनमेंचेन्नई से दुबई, दिल्ली से मेलबर्न, हैदराबाद से मुंबई और अहमदाबाद से दिल्ली की उड़ानें शामिल हैं। एयरलाइंस ने इन उड़ानों के रद्द होने का कारणरखरखाव और परिचालन संबंधी दिक्कतों को बताया है। रद्द की गई उड़ानों में AI906 (दुबई-चेन्नई), AI308 (दिल्ली-मेलबर्न), AI309 (मेलबर्न-दिल्ली), AI2204 (दुबई-हैदराबाद), AI874 (पुणे-दिल्ली), AI456 (अहमदाबाद-दिल्ली), AI2872 (हैदराबाद-मुंबई) और AI571 (चेन्नई-मुंबई) शामिल हैं।
एयर इंडिया ने यह भी घोषणा की है कि 21 जून से 15 जुलाई 2025 के बीच हर सप्ताह 38 अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में कटौती की जाएगी, जबकितीन विदेशी मार्गों—दिल्ली-नैरोबी, अमृतसर-लंदन (गैटविक) और गोवा (मोपा)-लंदन (गैटविक)—पर सेवाएं पूरी तरह स्थगित रहेंगी। यह कदम हालही में अहमदाबाद में हुए विमान हादसे और उसके बाद उत्पन्न परिचालन संबंधी चुनौतियों के मद्देनज़र उठाया गया है। इसके साथ ही, उत्तरी अमेरिका, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया और सुदूर पूर्व के 18 अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर उड़ानों की संख्या घटाई जाएगी। उत्तरी अमेरिका में दिल्ली-टोरंटो, दिल्ली-वैंकूवर, दिल्ली-सैन फ्रांसिस्को, दिल्ली-शिकागो और दिल्ली-वाशिंगटन जैसे रूट्स प्रभावित होंगे, जबकि यूरोपीय मार्गों में दिल्ली-लंदन (हीथ्रो), बेंगलुरु-लंदन(हीथ्रो), अमृतसर-बर्मिंघम, दिल्ली-बर्मिंघम, दिल्ली-पेरिस, दिल्ली-मिलान, दिल्ली-कोपेनहेगन, दिल्ली-वियना और दिल्ली-एम्सटर्डम शामिल हैं।
एयर इंडिया ने बताया है कि यह कटौती स्वैच्छिक रूप से की जा रही है, जिसका उद्देश्य शेड्यूल की स्थिरता को बहाल करना और यात्रियों को अंतिमसमय में होने वाली असुविधा से बचाना है। कंपनी ने अपने बयान में कहा कि उड़ान से पहले अतिरिक्त सुरक्षा जांच की प्रक्रिया और मिडिल ईस्ट मेंहवाई क्षेत्र बंद होने की स्थिति को देखते हुए यह निर्णय जरूरी हो गया था। एयर इंडिया के सीईओ कैंपबेल विल्सन ने जानकारी दी कि एयरलाइन नेअपने बोइंग 787 और बोइंग 777 विमानों पर फ्लाइट से पहले सुरक्षा जांच जारी रखने का फैसला किया है। इन अतिरिक्त जांचों में लगने वालेसमय को ध्यान में रखते हुए अंतरराष्ट्रीय वाइड-बॉडी फ्लाइट्स में 15 प्रतिशत तक की कटौती की गई है, जो कम से कम 15 जुलाई 2025 तक जारीरहेगी।