
उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच सियासी बयानबाजी जोरों पर है. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा विपक्षी उम्मीदवार बीसुदर्शन रेड्डी पर गंभीर आरोप लगाने के बाद अब एनसीपी (शरद पवार गुट) अध्यक्ष शरद पवार ने पलटवार किया है. उन्होंने एनडीए के उपराष्ट्रपति पदके उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन कर करारा वार किया. पवार ने उनपर आरोप लगाते हुए दावा किया कि झारखंड के राज्यपाल रहते हुए राधाकृष्णन नेसंवैधानिक मर्यादाओं की अनदेखी की थी गौरतलब है कि वे विपक्ष के उम्मीदवार सुदर्शन रेड्डी से मिलने पहुंचे थे, जिसके बाद पवार ने यह बयान दिए.
राज्यपाल के पद का करता है सम्मान
राकांपा (सपा) अध्यक्ष शरद पवार ने बीते साल हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी का जिक्र करते हुए कहा कि मैं राज्यपाल के पद का सम्मान करता हूं, लेकिनयह नहीं भूल सकता कि जब वे झारखंड के राज्यपाल थे, तब आदिवासी समाज से आने वाले एक मुख्यमंत्री को राजभवन के भीतर गिरफ्तार कियागया था, जबकि उन्होंने ऐसा न करने का अनुरोध किया था यह दिखाता है कि संस्थाओं और उनकी गरिमा को लेकर उनके विचार क्या हैं अब ऐसेव्यक्ति को उपराष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार बनाया गया है.
चुनाव में रखता है दिलचस्पी
पवार ने आगे कहा कि पूरा देश उपराष्ट्रपति चुनाव में दिलचस्पी रखता है, खासकर इसलिए क्योंकि पिछले उपराष्ट्रपति ने अपना कार्यकाल पूरा होने सेपहले ही इस्तीफा दे दिया, जिससे कई ऐसे सवाल खड़े हो रहे हैं, जिनका कोई जवाब नहीं है. पवार ने कहा कि एक वरिष्ठ सांसद होने के नाते, मुझे भीइसके कारणों की जानकारी नहीं है। इस पद की गरिमा को सरकार और विपक्ष, दोनों को बनाए रखनी चाहिए. इसीलिए यह चुनाव इतना महत्वपूर्णहै. इस मौके पर विपक्ष के साझा उम्मीदवार और सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश बी. सुधर्शन रेड्डी भी मौजूद थे. पवार ने विपक्ष की ओर से रेड्डी केसमर्थन को सर्वसम्मत निर्णय बताया. उन्होंने कहा कि न्यायाधीश रहते हुए उन्होंने आम आदमी के अधिकारों की रक्षा की यह चुनाव जीत-हार का नहीं, बल्कि पद की गरिमा बनाए रखने का प्रश्न है.