
उत्तर भारत के कई हिस्सों में मूसलाधार बारिश ने जहां भीषण गर्मी से राहत दी है, वहीं आम जनजीवन को भी काफी प्रभावित किया है। राजधानीदिल्ली में पिछले 24 घंटों से लगातार बारिश हो रही है, जिससे तापमान में गिरावट दर्ज की गई और ठंडी हवाओं ने मौसम को सुहावना बना दिया।हालांकि, इसके साथ ही जलभराव और ट्रैफिक जाम ने लोगों की दिक्कतें बढ़ा दी हैं। ऑफिस जाने वाले लोगों को लंबे इंतजार और जाम का सामनाकरना पड़ा, जबकि स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति पर भी असर पड़ा।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने दिल्ली के लिए अगले 24 घंटों के दौरान मध्यम से भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है और बताया है कि तेजहवाएं चलने की संभावना है, जिससे तापमान में और गिरावट आ सकती है। हालांकि राजधानी में फिलहाल व्यापक बाढ़ की आशंका नहीं है, लेकिननिचले इलाकों में अचानक जलभराव (फ्लैश फ्लड) की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे अंडरपास और सड़कों पर भरेपानी के वीडियो से यह साफ हो गया है कि दिल्ली की मानसून से निपटने की तैयारियां एक बार फिर नाकाफी साबित हुई हैं।
राजस्थान में भी मानसून पूरी तरह सक्रिय हो गया है। मौसम विभाग के अनुसार, 10 जुलाई से पूर्वी राजस्थान में बारिश का दौर तेज होगा और 12 जुलाई से पश्चिमी राजस्थान में भारी वर्षा की संभावना है। खासकर 11 जुलाई को कोटा और भरतपुर, जबकि 12-13 जुलाई को जयपुर, अजमेर, उदयपुर और अन्य संभागों में अति भारी बारिश हो सकती है।
इसी तरह हिमाचल प्रदेश में मंडी, कुल्लू, चंबा, शिमला, सिरमौर और कांगड़ा जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। यहां लगातार बारिशके चलते मिट्टी पूरी तरह संतृप्त हो गई है, जिससे निचले इलाकों में जलभराव, सतही बहाव और भूस्खलन की आशंका जताई गई है।
उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और कोलकाता जैसे इलाकों में भी बारिश का असर देखा जा रहा है। यूपी में गंगा का जलस्तर बढ़ने से कई घाट डूब चुके हैं, और प्रशासन सतर्कता बरत रहा है। वहीं कोलकाता में जलजमाव के कारण सड़कों पर यातायात ठप हो गया है, जिससे लोगों की दिनचर्या प्रभावितहुई है। उत्तराखंड और राजस्थान में भी 13 जुलाई तक भारी बारिश का पूर्वानुमान है, खासकर पहाड़ी क्षेत्रों में अतिरिक्त सावधानी बरतने के निर्देशजारी किए गए हैं।
मौसम विभाग ने नागरिकों को सलाह दी है कि वे बिना जरूरत के घर से बाहर न निकलें, रेनकोट और छतरी साथ रखें, जलभराव वाले इलाकों औरअंडरपास से बचें तथा सुरक्षा को प्राथमिकता दें।
भारी बारिश ने जहां गर्मी से थोड़ी राहत दी है, वहीं यह भी उजागर कर दिया है कि महानगरों की बारिश से निपटने की व्यवस्था अब भी कमजोर है। ऐसेमें मौसम विभाग की चेतावनियों को गंभीरता से लेते हुए आम लोगों को पूरी सतर्कता के साथ अगले कुछ दिनों का सामना करना होगा।