अहमदाबाद में हुए भीषण विमान हादसे के बाद डीएनए जांच का कार्य तेज़ी से जारी है। अब तक 31 शवों की डीएनए रिपोर्ट आ चुकी है, जिनमें से12 शवों को उनके परिजनों को सौंप दिया गया है। इन्हीं में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का नाम भी शामिल है। उनके डीएनए का मिलानउनके परिजनों से हो गया है, जिससे उनकी मृत्यु की पुष्टि हो गई है।
राजकोट में होगा अंतिम संस्कार
विजय रूपाणी का अंतिम संस्कार उनके गृह नगर राजकोट में किया जाएगा। प्रशासन ने अंतिम संस्कार को लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं।
डीएनए जांच के सहारे हो रही पहचान
डीएनए जांच टीम के एक डॉक्टर ने बताया कि दुर्घटना में जान गंवाने वाले कई शव जलकर इतनी बुरी हालत में पहुंच गए हैं कि उनकी पहचान करनाबेहद मुश्किल हो गया था। इसी वजह से शवों की पहचान के लिए वैज्ञानिक जांच का सहारा लिया जा रहा है।
दुखद संयोग: ‘लकी नंबर’ पर मिली मौत
यह हादसा विजय रूपाणी के जीवन का एक बेहद दुर्भाग्यपूर्ण मोड़ बन गया। एक समय जिस फ्लाइट को उन्होंने मुख्यमंत्री रहते हुए अहमदाबाद सेलंदन के लिए शुरू किया था, वही यात्रा उनके जीवन की अंतिम यात्रा बन गई। विशेष बात यह भी है कि जिस फ्लाइट नंबर को वह अपने लिए लकीमानते थे, उनकी मृत्यु उसी फ्लाइट में हुई। यह एक ऐसा त्रासदीपूर्ण संयोग है, जिसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है।
प्रत्यक्षदर्शियों ने सुनाई भयावह दास्तां
हादसे के प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जब उन्होंने आसमान में काले धुएं का गुबार देखा तो उन्हें पहले लगा कि कहीं आग लगी है। लेकिन कुछ ही देरमें यह साफ हो गया कि एक विमान हादसे का शिकार हो गया है।
प्रत्यक्षदर्शी राकेश मिश्रा ने बताया कि उन्होंने देखा कि पूरा विमान आग के गोले में तब्दील हो गया था। दृश्य इतना भयावह था कि किसी के बचने कीकोई संभावना नजर नहीं आ रही थी। आसपास के लोग स्तब्ध थे और कुछ भी करने में असमर्थ थे।