
लोकदल के अध्यक्ष श्री सुनील सिंह ने आज एक प्रेस वक्तव्य में कथावाचक के साथ जातीय आधार पर किए गए भेदभाव की तीव्र निंदा की। उन्होंनेकहा कि कथावाचक के साथ जो व्यवहार हुआ, वह केवल उनकी जाति के कारण हुआ और यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। ऐसी घटनाएं सामाजिकसमरसता के लिए एक चुनौती हैं और इनकी कड़ी भर्त्सना की जानी चाहिए।
अखिलेश यादव मुद्दों से भटक जाते हैं
श्री सिंह ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि वे बार-बार ऐसे बयानों में उलझ जाते हैं जिनकाआम जनता की ज्वलंत समस्याओं से कोई सीधा सरोकार नहीं होता।
उन्होंने कहा, “जब देश महंगाई, बेरोजगारी, किसानों की समस्याएं और कानून व्यवस्था जैसे मुद्दों से जूझ रहा है, तब विपक्ष को चाहिए कि वह ठोसऔर समाधान केंद्रित राजनीति करे। लेकिन अखिलेश जी कभी व्यक्तिगत हमलों में उलझते हैं तो कभी पुराने आंकड़ों के सहारे जनता का ध्यानभटकाने की कोशिश करते हैं।”
विपक्ष की भूमिका जिम्मेदारी भरी होनी चाहिए
सुनील सिंह ने कहा कि विपक्ष का दायित्व केवल सोशल मीडिया या जुमलों तक सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि उसे जमीनी मुद्दों पर सरकार सेसवाल पूछने चाहिए। उन्होंने आह्वान किया कि विपक्ष को चाहिए कि वह अपने प्रयासों को आम जन के हित में केंद्रित करे और रचनात्मक विपक्ष कीभूमिका निभाए।