भारतीय नौसेना में शामिल होंगे 26 राफेल मरीन फाइटर जेट्स
भारतीय नौसेना की ताकत में जल्द ही बड़ा इजाफा होने जा रहा है। भारत सरकार ने फ्रांस से 26 राफेल मरीन (Rafale M) लड़ाकू विमानों की खरीदका फैसला लिया है। इस सौदे के साथ भारतीय वायु और नौसेना बेड़े में राफेल विमानों की कुल संख्या बढ़कर 62 हो जाएगी।
सौदे की अनुमानित लागत 63,000 करोड़ रुपये
NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, फ्रांस सरकार के साथ यह रक्षा सौदा लगभग 63,000 करोड़ रुपये का होगा। इस महीने के अंत तक जब फ्रांस केरक्षा मंत्री सेबेस्टियन लेकोर्नू भारत यात्रा पर आएंगे, तब इस समझौते पर हस्ताक्षर किए जाने की संभावना है।
पांच वर्षों में मिलेगी डिलीवरी, रखरखाव और ट्रेनिंग भी सौदे में शामिल
रिपोर्ट में कहा गया है कि सौदे पर हस्ताक्षर होने के बाद राफेल M की डिलीवरी लगभग पांच वर्षों के भीतर शुरू होगी। इस करार में विमान कीरखरखाव सेवाएं, लॉजिस्टिक्स सहायता, नौसेना कर्मियों का प्रशिक्षण और ‘ऑफसेट नीति’ के तहत कुछ कंपोनेंट्स का स्वदेशी निर्माण भी शामिल है।
INS विक्रांत पर होंगे तैनात, मिग-29K का देंगे साथ
राफेल M फाइटर जेट्स को भारत के स्वदेशी विमानवाहक पोत INS विक्रांत पर तैनात किया जाएगा। ये नए विमान मौजूदा मिग-29K जेट्स केसाथ मिलकर संचालन करेंगे, जो वर्तमान में भारत के पुराने एयरक्राफ्ट कैरियर INS विक्रमादित्य पर तैनात हैं।
जुलाई 2023 में हुई थी खरीद की प्रक्रिया की शुरुआत
रक्षा मंत्रालय ने जुलाई 2023 में इस डील पर विचार करना शुरू किया था और इसके लिए फ्रांस से बातचीत की गई थी। अब यह सौदा अपने अंतिमचरण में पहुंच चुका है।
राफेल M: दुनिया के सबसे एडवांस्ड नौसैनिक फाइटर जेट्स में शामिल
राफेल मरीन को दुनिया के अत्याधुनिक नौसैनिक लड़ाकू विमानों में गिना जाता है। यह सौदा भारतीय नौसेना के लिए रणनीतिक दृष्टिकोण से एक बड़ाउन्नयन माना जा रहा है, जो देश की समुद्री सुरक्षा क्षमताओं को और मजबूत बनाएगा।