
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने हाजीपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय जनता दल (RJD) पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा किबिहार की जनता 1990 के दशक के “जंगलराज” को कभी नहीं भूलेगी और दोबारा उसे स्वीकार नहीं करेगी। पासवान ने उस दौर को बिहार के लिएप्रताड़ना का समय बताते हुए युवाओं से आग्रह किया कि वे इतिहास से सीखें और सही निर्णय लें।
युवाओं को इतिहास से परिचित कराने की जरूरत
पासवान ने कहा कि 2005 के बाद जन्म लेने वाले युवाओं को उस समय की स्थिति से अवगत कराना आवश्यक है, जब राज्य में कानून-व्यवस्थाचरमरा गई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि RJD की सरकार ने बिहार को पलायन और अराजकता के रास्ते पर ढकेला। चिराग ने युवाओं, खासकरपहली बार मतदान करने वाले नागरिकों से उस समय की सच्चाई जानने की अपील की।
मुख्यमंत्री पद की घोषणा पर किया कटाक्ष
चिराग पासवान ने RJD द्वारा मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा को गठबंधन की आंतरिक राजनीति करार दिया और कहा कि अंततः यह बिहारकी जनता तय करेगी कि मुख्यमंत्री कौन बनेगा। उन्होंने दावा किया कि जनता RJD को सत्ता में वापसी का मौका नहीं देगी, क्योंकि वह फिर सेजंगलराज नहीं देखना चाहती।
आपातकाल से की जंगलराज की तुलना
पासवान ने आपातकाल की ऐतिहासिक घटनाओं का हवाला देते हुए कहा कि जैसे देश को इमरजेंसी की सच्चाई बताना जरूरी है, उसी तरह बिहार केउस अंधेरे दौर को भी युवाओं तक पहुंचाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि जंगलराज की सच्चाई को जानकर ही नई पीढ़ी सही निर्णय ले सकेगी।
वोटर लिस्ट पर उठाए सवालों को बताया बेबुनियाद
वोटर लिस्ट अपडेट करने की प्रक्रिया पर विपक्ष द्वारा उठाए गए सवालों को खारिज करते हुए पासवान ने कहा कि यह एक नियमित और पारदर्शीप्रक्रिया है। उन्होंने विपक्ष पर संस्थाओं में अविश्वास फैलाने और हर मुद्दे को राजनीतिक रंग देने का आरोप लगाया।
महागठबंधन की संभावित हार की ओर इशारा
महागठबंधन को लेकर चिराग पासवान ने कहा कि विपक्ष पहले ही हार के बहाने तलाश रहा है। उन्होंने कहा, “अगर विपक्ष सामान्य प्रक्रियाओं पर भीसवाल उठाता है, तो यह साफ है कि वह हार मान चुका है।” पासवान ने विश्वास जताया कि बिहार की जनता फिर से RJD को सत्ता में आने का मौकानहीं देगी।