
लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी सुनील सिंह ने प्रदेश सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि पंचायत चुनाव नज़दीक आते ही सरकार ने गन्नाकिसानों को केवल 30 पैसे प्रति किलो (₹30 प्रति क्विंटल) की दर से मूल्यवृद्धि देकर किसानों की मेहनत का मज़ाक उड़ाया है। उन्होंने इस बढ़ोतरीको “ऐतिहासिक” बताने वाले सरकारी बयानों को “चुनावी नौटंकी” करार दिया। सुनील सिंह ने कहा कि वर्ष 2023 से अब तक यह वृद्धि इतनीमामूली है कि इसे “उपहार” कहना किसानों का अपमान है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार और बीजेपी किसान मोर्चा द्वारा इस छोटे से बढ़ोतरी कोतीन हज़ार करोड़ रुपये के उपहार के रूप में प्रचारित करना सिर्फ़ चुनावी प्रचार का हिस्सा है।
30 पैसे प्रति किलो की गन्ना मूल्य वृद्धि
उन्होंने यह भी कहा कि जब वर्ष 2014 में सोने का भाव ₹26,000 प्रति 10 ग्राम था और आज बढ़कर ₹1,25,000 प्रति 10 ग्राम हो गया है, तोकेवल 30 पैसे प्रति किलो की गन्ना मूल्य वृद्धि को “मास्टर स्ट्रोक” कहना किसानों के साथ अन्याय और उपहास है। सुनील सिंह ने सवाल उठाया किक्या गन्ना किसान की लागत नहीं बढ़ी? क्या बिजली, डीज़ल, खाद, मजदूरी सब सस्ते हो गए हैं? अंत में उन्होंने कहा कि लोकदल हमेशा किसानोंकी वास्तविक लागत के अनुरूप गन्ने का दाम तय करने और समय पर भुगतान की गारंटी की मांग करता रहेगा।